तुझा स्पर्श होताच फुललो नव्याने
बहरलो पुन्हा मी बहरतोच आहे
✍जयश्री
Posted in अशी मी, मनातलं...!, ये दुनिया रंगरंगीली, रोजचं पण नवीन, My Quotes, tagged जयश्री अंबासकर, निसर्ग चक्र, फोटोगिरी, रोजचं_पण_नवीन on मार्च 30, 2022| Leave a Comment »
Posted in अशी मी, शायरी, My Hindi Romantic Songs,, My Quotes, tagged गझल, शायरी, हिंदी रोमॅंटिक कविता, My Quotes on एप्रिल 27, 2021| 1 Comment »
ख्वाब में उनका सताना जी हमें मंजूर है
निंद आंखोंसे गंवाना भी हमें मंजूर है
महफिले उनकी गजब होगी हमे मालूम है
सिर्फ उनका गुनगुनाना भी हमें मंजूर है
मुस्कुराके रोक लेना कातिलाना है बडा
इस तरह उनका मनाना जी हमें मंजूर है
बात अब हर एक उनकी मान लेते प्यार से
महज उनका हक जताना भी हमें मंजूर है
देर से आना पुरानी आदतों में एक है
झूठ उनका हर बहाना भी हमें मंजूर है
साथ उनका शायराना पल लगे हर खुशनुमा
वक्त का खामोश चलना भी हमे मंजूर है
जयश्री अंबासकर
Posted in माझ्या कविता, My Quotes, tagged कविता, जयश्री अंबासकर, हिंदी कविता, Jayashree Ambaskar on मार्च 13, 2021| Leave a Comment »
Posted in अशी मी, My Quotes, tagged Jayashree Ambaskar, My Quotes on मार्च 10, 2021| Leave a Comment »
Posted in अशी मी, My Quotes, tagged जयश्री अंबासकर, Jayashree Ambaskar, Quotes on मार्च 1, 2021| Leave a Comment »